प्यार दुनिया का सबसे खूबसूरत अहसास है। हर किसी ने कभी न
कभी इस अहसास को महसूस जरूर किया होगा। प्रेम तन्हाई में हो या भीड. में यह कभी
भी आपका साथ नहीं छोड.ता, बल्कि हमेशा एक रूहानी ताकत का अहसास हमारे भीतर करवाता
रहता है। वक्त के साथ-साथ प्यार की परिभाषा और मायने भी बदल रहे हैं । गुजरे
दौर की बात करें तो प्यार का मतलब मन की सुंदरता से होता था ,लेकिन आज इसमें दैहिक
आकषर्ण का समावेश हो गया है। वहीं अगर आघ्यात्मिक प्रेम की बात करें तो मीरा का
श्याम के प्रति आध्यात्मिक प्रेम का ऐसा बंधन था कि उसे कोई नहीं तोड. पाया। और
आज भी अगर प्यार की बात चलती है तो मीरा के कृष्ण के प्रति प्रेम का उदाहरण दिया
जाता है। लेकिन वर्तमान परिवेश में युवाओं का प्यार उनकी लाईफ स्टाइल की तरह फास्ट
एवं दिखावे की तर्ज पर चल रहा है। आज अगर कभी किसी लड.की ने लड.के को नाकार दिया
तो वह आहत होकर बदला लेने के लिए लालायित हो जाता है। इन सब का जीता जागता उदाहरण
हम आए दिन अखबारों और न्यूज चैनल पर प्राय हमेशा ही देखते हैं। अभी हाल ही की
घटना ने विचलित कर दिया। एक युवक ने अपनी गर्लफेंड पर तेजाब फेंक कर उसे मौत के
मुंह में घकेल दिया । वजह लड.की ने लड.के को छोड. दिया था। बाद में बड.ी मुश्किल
से उस लड्की की जान बचाई गई। पर उसका चेहरा पूरी तरह से खराब हो गया । जब प्यार
एक सुंदर ,सुखद अहसास है तो कोई क्यों इस तरह की दिल दहला देने वाली घटनाओं को
अंजाम देता है। और अब तो महिलाओं को सताने की नई तकनीक चल पड.ी है एम एम एस की।
जिसके इस्तेमाल से भी कई लड.कों ने अपनी एक्स गर्लफ्रेंड से बदला लिया है।
मनोविज्ञान कहता है कि प्यार तो मन में एक बार बसी छवि की ऐसी अनुभूति है जो शाश्वत
होती है। समय के चिह्र भी जिस पर नहीं पड.ते । फिर क्यों लोग इस तरह की घटनाओं को
अंजाम देते हैं। क्या अब प्रेम के मायने सही मायने में बदल रहे हैं। अगर हां तो
वजह भी शायद हम ही हैं। आज हम तरक्की पाने की होड. में अपने संस्कारों और
संवेदनाओं से दूर होते चले जा रहे हैं। इस भाग दौड. की जिंदगी ने हमारा अपनों से
ही संवाद का रिश्ता खत्म कर दिया है। शायद यही वजह है कि हम इतने संवेदनहीन हो गए
हैं कि कभी जिस चेहरे को देख कर जीते थे, उसी को तेजाब से बर्बाद करने में भी कोई
कसर नहीं छोड.ते हैं। इस तरह की घटनाओं को देख कर आज ऐसा लगता है कि शायद इन
युवाओं को ही नहीं पता कि उन्हें प्यार हुआ है भी या नहीं? क्योंकि अगर प्यार
जरा सा भी आपकी जिंदगी को छू गया है तो वह आपको खुिशयों से लबरेज देखना चाहता है। प्रेम जीने का सहारा
बनता है। अगर किसी रिश्ते का अंत हिंसा है तो उस रिश्ते में सच्चाई और पवित्रता
के साथ –साथ आदर भी नहीं है। प्यार तो वह है जब आप जो सोचें आपका साथी वही कहे।
कई बार लगे मानो आपके शब्द उनकी जुबान पर हो, आपकी आंखें ही सारी बातें बयां कर
दे। एक दूसरे के पास न रहने पर भी दोनों को आत्मा का गहरा संदेश दे जाएं। जी हां,
ये सब एक मीठी उलझन तो है पर शायद यही है प्यार...
- Blogger Comment
- Facebook Comment
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें
(
Atom
)
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें